निठारी कांड के 13वें मामले में सुरेंद्र कोली बरी, 12 केस में मिल चुकी है फांसी की सजा

Surinder Koli spared in 13th Nithari case
निधि अविनाश । Mar 27 2021 3:04PM

टीओआई की एक खबर के अनुसार, तेरहवें मामले में कोली पर एक 10 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म, हत्या और शव नाले में फेंकने का आरोप लगा था जिसको लेकर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने पुख्ता सबूत नहीं मिलने पर आरोपी सुरेंद्र कोली को बरी कर दिया था।

नोएडा के निठारी हत्या कांड के मामलों के मुख्य संदिग्ध सुरिंदर कोली को गाजियाबाद की अदालत ने तेरहवें मामले में बरी कर दिया है, जिसमें उन पर 10 साल की बच्ची से अपहरण और बलात्कार के प्रयास और हत्या के आरोप लगाए गए थे। यह पहला मामला है जिसमें कोली को बरी किया गया है, जबकि बाकी 12 मामलों में उसे गाजियाबाद की ट्रायल कोर्ट ने मौत की सजा दी थी।

इसे भी पढ़ें: गौतम बुद्ध नगर के अलग-अलग इलाके में 3 लोगों ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

नोएडा में 29 दिसंबर 2006 में निठारी कांड का खुलासा हुआ था, जब अचानक से कई महिलाएं और बच्चे गायब होने लग गए थे। बता दें कि सुरेंद्र कोली इन हत्याओं और दुष्कर्म की वारदातों को अंजाम देता था। इस पर आरोप लगाया गया कि कोली पीड़ितों को लालच देकर नोएडा के कोठी नम्बर D-5 में बुलाता था और बाद में पीड़ितों की बेरहमी से हत्या करने से पहले बलात्कार करता था, फिर उनके शरीर के अंगों को  तोड़ता था और पका कर खाता भी था। 

यह था मामला! 

टीओआई की एक खबर के अनुसार,  तेरहवें मामले में कोली पर एक 10 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म, हत्या और शव नाले में फेंकने का आरोप लगा था जिसको लेकर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने पुख्ता सबूत नहीं मिलने पर आरोपी सुरेंद्र कोली को बरी कर दिया था। बता दें कि 19 अप्रैल 2006 को बच्ची लापता हुई थी, माता-पिता द्वारा बहुत खोज के बाद, 27 अप्रैल 2006 को एक गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी।उसी साल 29 दिसंबर को पुलिस ने मोनिंदर सिंह पंढेर के घर की पिछली गैलरी से पीड़ितों के कंकाल के अवशेष और अन्य सामान बरामद किए थे। कोली जो पंढेर का डोमेस्टिक हेल्पर था उसने बाद में पुलिस के सामने कथित रूप से स्वीकार किया कि उसने घर के अंदर लड़की को फुसलाया और बलात्कार का प्रयास करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मामलों में प्रारंभिक जांच के बाद, CBI ने 11 जनवरी, 2007 को जांच को अपने हाथा में लिया और 16 मामलों में चार्जशीट दायर किया और अन्य मामलों में हत्या के लिए कोली को भारतीय दंड संहिता की धाराओं के साथ आरोपित किया।

दिल दहला देने वाले निठारी कांड में भले ही कोली को 12 केसों में फैसला सुना दिया है लेकिन इस कांड को लेकर 4 मामले और भी बाकी है जिसपर अदालत अब भी विचारधीन कर रही हैं। बता दें कि इन 4 मामलों में अभी फैसला आना बाकी है।  बता दें कि दिसंबर 2006 से कोली यूपी के डासना जेल में बंद है और गाजियाबाद के ट्रायल कोर्ट में अपने मामलों का प्रतिनिधित्व कर रहा है। 

 

 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़