कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है : राजनाथ सिंह

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कोलायत में एक जनसभा को संबोधित कर रहे सिंह ने कहा कि राजनीतिक इतिहास के पन्नों को पलट कर देखा जाये तो कांग्रेस ने वादे बहुत किये हैं लेकिन अपने वादों को पूरा नहीं किया। ‘‘कांग्रेस ने आंशिक रूप से भी अपने वादों को पूरा लिया होता तो आज हमारा भारत दुनिया का सबसे धनवान देश बन गया होता।’’ राजनाथ ने कहा, ‘‘ कभी वादा पूरा नहीं किया। कहते हैं कुछ, करते हैं कुछ।’’

बीकानेर। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होने के कारण भारत की राजनीति में विश्वास का संकट पैदा हुआ है और भाजपा ने इस विश्वास के संकट को चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है।’’ गृह मंत्री ने कहा ‘‘ हम वहीं कहेंगे जो करेंगे। हम आपकी आंखों में धूल झोंककर राजनीति नहीं करेंगे। हमको राजनीति करनी होगी तो हम आपकी आंखों में आंख डालकर राजनीति करेंगे।’’

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कोलायत में एक जनसभा को संबोधित कर रहे सिंह ने कहा कि राजनीतिक इतिहास के पन्नों को पलट कर देखा जाये तो कांग्रेस ने वादे बहुत किये हैं लेकिन अपने वादों को पूरा नहीं किया। ‘‘कांग्रेस ने आंशिक रूप से भी अपने वादों को पूरा लिया होता तो आज हमारा भारत दुनिया का सबसे धनवान देश बन गया होता।’’ राजनाथ ने कहा, ‘‘ कभी वादा पूरा नहीं किया। कहते हैं कुछ, करते हैं कुछ।’’ 

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उन्होंने कहा ‘‘अब कांग्रेस कहती है कि गरीबी दूर करेंगे, पहले जवाहर लाल नेहरू कहते थे कि गरीबी दूर करेंगे। राजीव गांधी ने भी कहा कि गरीबी हटाओ। अब राहुल गांधी आ गये हैं, कह रहे हैं कि गरीबी हटाओ .... गरीबी हटी ही नहीं क्योंकि गरीबी का दौर इन्होंने महसूस ही नहीं किया है। ये क्या गरीबी हटायेंगे।’’ 

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गृह मंत्री ने कहा कि जिस दिन यह देश कांग्रेस मुक्त हो जायेगा उसी दिन हमारा भारत गरीबी से भी मुक्त हो जायेगा। सिंह ने कहा कि अमेरिका के एक शोध संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार, 2016 में जब उन्होंने सर्वे किया था तब भारत में 12.5 करोड़ लोग ऐसे थे जो गरीबी के गंभीर संकट से गुजर रहे थे लेकिन जब 2019 में सर्वे किया तब साढे़ सात करोड़ लोग गंभीर गरीबी के संकट से बाहर हो गये हैं और भारत में गरीबों की संख्या पांच करोड़ रह गई है। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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