कुछ गलती हुई हैं इसके लिए हमें खेद...आपातकाल पर भजनलाल के बयान पर गहलोत बोले, डिप्टी CM ने किया पलटवार

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ANI
अभिनय आकाश । Jun 27 2025 1:24PM

कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के बयान पर राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने कहा, "आपकी पार्टी में 5 साल कुर्सी का खेल चला था। आज आपको वो हमारी पार्टी में क्यों नजर आ रहा है?

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बयान पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि आपातकाल की घटना को लेकर कांग्रेस नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि कुछ गलती हुई हैं इसके लिए हमें खेद है... इंदिरा गांधी के समर्थन में जेल हम भी गए हैं। भजनलाल जी नए हैं, वे पहली बार के मुख्यमंत्री हैं, पहली बार के विधायक हैं। अभी उनको कई जानकारियां नहीं हैं इसलिए ऐसी बातें बोल देते हैं। भजनलाल भजन करने वाले भी होते हैं इसलिए उन्हें तमाम बातों की जानकारी नहीं है।

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कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के बयान पर राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने कहा, "आपकी पार्टी में 5 साल कुर्सी का खेल चला था। आज आपको वो हमारी पार्टी में क्यों नजर आ रहा है? भाजपा एक है। अगर आप जनता के हित में कोई सलाह देना चाहें तो दे सकते हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आपातकाल को लोकतांत्रिक इतिहास पर ‘‘काला धब्बा’’ बताते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता की लालसा में देश हित को नुकसान पहुंचाया। आपातकाल की 50वीं बरसी पर यहां कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 की आधी रात को देश में थोपा गया आपातकाल हमारे लोकतांत्रिक इतिहास पर काला धब्बा है। 

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उन्होंने कहा, ‘‘इस दौरान तत्कालीन सरकार ने आंतरिक सुरक्षा कानून अधिनियम (मीसा) और भारत रक्षा अधिनियम (डीआईआर) जैसे अलोकतांत्रिक कानूनों को लागू कर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, प्रेस की आजादी और मौलिक अधिकारों का दमन किया।’’ उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए जेलों में कड़ी यातनाएं झेली और लोकतंत्र को बचाने के लिए जो संघर्ष किया वो एक अप्रतिम उदाहरण है। उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र सेनानियों की मूल भावना के अनुरूप ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में लोकतंत्र और संविधान को मजबूत करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री ने 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने की शुरुआत की और बाबा साहेब आंबेडकर के जीवन से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ घोषित कर सम्मान दिया। वहीं हमारे द्वारा समर्थित केन्द्र सरकार ने ही बाबा साहेब को भारत रत्न दिया।’’ 

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