Yogi Sarkar ने पेश किया उत्तर प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा बजट, रोजगार के नये अवसरों के सृजन पर सर्वाधिक जोर

Yogi Sarkar  budget
ANI
गौतम मोरारका । Feb 22 2023 3:06PM

हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा में छह लाख 90 हजार 242 करोड़ 43 लाख रुपये का बजट पेश किया है। इस बार बजट में 32 हजार 721 करोड़ 96 लाख रुपये की नयी योजनाएं शामिल की गयी हैं।

योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिये जो बजट पेश किया है वह उत्तर प्रदेश के इतिहास के सबसे बड़ा बजट है। इस बजट में मूलभूत अवसंरचना विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा किसानों, महिलाओं और युवाओं का खास ख्याल रखा गया है। इस बजट को जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास को बढ़ावा देने वाला और रोजगार के अपार अवसरों का सृजन करने वाला बताया है वहीं विपक्ष का कहना है कि बजट पूरी तरह निराशाजनक और दिशाहीन है।

हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा में छह लाख 90 हजार 242 करोड़ 43 लाख रुपये का बजट पेश किया है। इस बार बजट में 32 हजार 721 करोड़ 96 लाख रुपये की नयी योजनाएं शामिल की गयी हैं। भारी-भरकम बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विपक्ष पर तंज कसने और अपनी बातें रखने के लिए शेर-ओ-शायरी का भी जमकर इस्तेमाल किया। वित्त मंत्री ने विधानसभा में अपने बजट भाषण में पूर्ववर्ती विपक्षी सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, 'हमारी सरकार के पहले की सरकारों का रवैया प्रदेश की धार्मिक व सांस्कृतिक धरोहरों के प्रति घोर उपेक्षा का रहा।' उन्होंने कहा, 'प्रदेश में ऐसा माहौल बना दिया गया था कि अपनी धार्मिक आस्था को प्रकट करना अपराध की श्रेणी में आ गया था।' उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के पुनरुत्थान का अभियान प्रारंभ किया तो उनका विरोध भी किया गया।' उन्होंने बजट भाषण में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास मंत्र का जिक्र करते हुए कहा, 'प्रदेश की त्वरित विकास यात्रा ने विरोधियों के स्वर को धीमा कर दिया है। यह इस बात का द्योतक है कि हमारी लोकतांत्रिक एवं पारदर्शी कार्यप्रणाली ने अवश्य ही सबको प्रभावित किया है।' 

दूसरी ओर, बजट की बड़ी बातों पर गौर करें तो इसमें मूलभूत अवसंरचना के विकास पर ध्यान केन्द्रित किये जाने के साथ-साथ किसानों, महिलाओं और युवाओं का भी खास ख्याल रखा गया है। बजट में स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के पात्र छात्र-छात्राओं को टैबलेट / स्मार्टफोन देने के लिए 3,600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा "मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना" के लिये बजट में 1,050 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। इसके अलावा, नई उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति-2022 के अंतर्गत अगले पांच साल में 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश एवं 20 हजार रोजगार के अवसरों के सृजन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बजट में इन्क्यूबेटर्स को बढ़ावा देने तथा स्टार्टअप इकाइयों के लिए शुरुआती पूंजी को 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप नीति के लिए 60 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

इसे भी पढ़ें: Budget उत्तर प्रदेश को 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था बनाने की नींव का पत्‍थर : मुख्‍यमंत्री

बजट में ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों को एग्रीटेक स्टार्टअप की स्थापना के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एग्रीकल्चर एक्सिलरेटर कोष के लिए 20 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। वृद्धावस्था / किसान पेंशन योजना के लिए 2023-24 के बजट में 7,248 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा असंगठित क्षेत्र के कर्मकारों के लिये संचालित "मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के मद में 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। वर्ष 2023-24 के बजट में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के संचालन के लिए 12,631 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। इसके अलावा बजट में सड़क और सेतु निर्माण के लिए 21,159 करोड़ 62 लाख रुपये और सड़क और सेतु रखरखाव के लिए 6,209 करोड़ 50 लाख रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के साथ डिफेन्स गलियारा परियोजना के लिए 550 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। साथ ही गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ गोरखपुर में औद्योगिक गलियारा विकसित करने के लिये 200 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

दूसरी ओर, जहां तक बजट पर आ रही प्रतिक्रियाओं की बात है तो आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आज के बजट में जो घोषणाएं हुई हैं, उसमें मुख्य रूप से प्रदेश में एक बड़ा भाग पूंजीगत व्यय के लिए है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास पर वो धनराशी खर्च होगी, जो प्रदेश में रोजगार सृजन में एक बड़ी भूमिका का निर्वहन करने जा रही है।

दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि ये बजट दिशाहीन दिखाई देता है। इसमें ना आज की समस्याओं का समाधान और ना ही भविष्य के किसी फैसले को आगे लेकर जाने का कोई रास्ता दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि इस बजट ने किसानों, युवाओं, महिलाओं को निराश किया है।

-गौतम मोरारका

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़