मनीष सिसोदिया ने हिमंत बिस्वा सरमा पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, भाजपा से पूछा- क्या अपने मुख्यमंत्री को जेल में डालेंगे या नहीं ?

Manish Sisodia
प्रतिरूप फोटो
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई चुना हुआ मुख्यमंत्री या मंत्री, अपनी पत्नी की कंपनी को या अपने बेटे के पार्टनर की कंपनियों को सरकारी खरीद के ठेके दे तो वह इस देश के कानून में भ्रष्टाचार होता है।

नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के एक बहुत बड़े नेता के भ्रष्टाचार के तथ्यों का खुलासा कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि यह भाजपा के बड़े नेता और एक राज्य के मुख्यमंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा नेताओं को सलाह देना चाहता हूं कि भ्रष्टाचार इसे कहते हैं। भाजपा के इस बड़े नेता ने अपने पत्नी की कंपनी को और बेटे के पार्टनर की कंपनियों को सरकारी खरीद के ठेके दिए हैं।

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मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि जब कोई चुना हुआ मुख्यमंत्री या मंत्री, अपनी पत्नी की कंपनी को या अपने बेटे के पार्टनर की कंपनियों को सरकारी खरीद के ठेके दे तो वह इस देश के कानून में भ्रष्टाचार होता है। ऐसे में भाजपा बताए कि यह उसकी नजरों में भ्रष्टाचार है या नहीं ? उन पर कार्रवाई होगी या नहीं ? अपने मुख्यमंत्री को जेल में डालेंगे या नहीं ?

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार की इस कहानी का 'द वायर' और असम के एक पोर्टल 'द क्रास करंट' ने खुलासा किया है। इन लोगों ने एक रिपोर्ट जारी की है और उसमें जो दस्तावेज लगाए हैं वो इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि किस प्रकार से हिमंत बिस्वा सरमा जब 2020 में वहां के स्वास्थ्य मंत्री थे तो उन्होंने कोविड की आड में किस प्रकार से भ्रष्टाचार किए हैं।

उन्होंने कहा कि घटना साल 2020 की है, जब पूरे देश में कोविड फैला हुआ था। उस वक्त हिमंत बिस्वा सरमा असम के स्वास्थ्य मंत्री थे। उन्होंने अपने स्वास्थ्य विभाग से पीपीई किट खरीदने के ठेके जारी करने के लिए कहा। इमरजेंसी के वक्त बिना टेंडर के ठेके होते हैं, उसमें हम यह नहीं मानते हैं कि कुछ गलत किया होगा लेकिन यह ठेके दिए किसको गए और कितने रेट में दिए गए ? इसमें भ्रष्टाचार है।

मनीष सिसोदिया ने अपने वक्तव्य में बार-बार हिमंत बिस्वा सरमा का नाम लेते हुए कहा कि भाजपा के बड़े नेता ने यह ठेके अपनी पत्नी की कंपनी और अपने बेटे के पाटर्नर की कंपनी को पीपीई किट खरीदने के ठेके दिए। हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी एक कंपनी चलाती हैं जिसका नाम है जेसीबी इंडस्ट्रीज। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पत्नी की कंपनी का मेडिकल सप्लाई से कोई लेना-देना नहीं था लेकिन इमरजेंसी की आड में अपनी ही पत्नी की कंपनी को पीपीई किट सप्लाई करने का ठेका दिया गया था। 

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उन्होंने कहा कि दिलचस्प बात है कि अन्य कंपनियों से सरकार 600 रुपए की पीपीई किट खरीद रही थी लेकिन सरकार ने हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी की कंपनी को 990 रुपए की पीपीई किट खरीदी। इतने में ही भाजपा के स्वास्थ्य मंत्री जी नहीं रुके बल्कि अपने बेटे के पाटर्नर की कंपनियों को सीधे ठेके दिए गए। इन लोगों को भी 990 रुपए प्रति किट के हिसाब से ठेके दिए गए। जबकि और कंपनियों से सरकार 600 रुपए प्रति किट के हिसाब से खरीद रही थी। मनीष सिसोदिया ने कहा कि बिना टेंडर के ठेके देने पर मैं सवाल खड़ा नहीं कर रहा हूं क्योंकि इमरजेंसी में ऐसे ठेके देने पड़ते हैं।

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