अमित शाह का वादा, भाजपा सरकार बनी तो अनुच्छेद 370 निरस्त करेंगे

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[email protected] । Apr 12 2019 8:45AM

दार्जिलिंग सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे उद्योगपति राजू सिंह बिष्ट के पक्ष में प्रचार करते हुए शाह ने कलिम्पोंग में कहा, ‘‘केंद्र में भाजपा की अगली सरकार बनने के बाद हम कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त कर देंगे।’’

कलिम्पोंग/रायगंज। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरूवार को दो बहुत विवादित मुद्दे उठाते हुए कहा कि उनकी पार्टी की सरकार यदि दोबारा बनी तो वह जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करेगी और देश भर में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की व्यवस्था लागू करेगी। पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग में दार्जिलिंग लोकसभा सीट और उत्तर दिनाजपुर में रायगंज लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हुए शाह ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि अपने अल्पसंख्यक वोट बैंक के ‘‘तुष्टीकरण’’ के लिए वह हवाई हमलों पर सवाल उठा रही हैं। शाह ने मांग की कि वह स्पष्ट करे कि क्या नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला की तरह वह भी जम्मू-कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री बनाने के पक्ष में हैं। दार्जिलिंग सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे उद्योगपति राजू सिंह बिष्ट के पक्ष में प्रचार करते हुए शाह ने कलिम्पोंग में कहा, ‘‘केंद्र में भाजपा की अगली सरकार बनने के बाद हम कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त कर देंगे।’’

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बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासियों को ‘‘दीमक’’ करार देते हुए शाह ने रायगंज में एक अन्य रैली में कहा कि उनकी पार्टी केंद्र में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद उन्हें निकाल बाहर करेगी। शाह ने आरोप लगाया कि अभी असम तक सीमित एनआरसी का पुरजोर विरोध कर रहीं ममता लोगों को ‘‘गुमराह’’ कर रही हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद भाजपा हर राज्य में एनआरसी लागू करेगी। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘एक-एक घुसपैठिये को निकाल बाहर करने के लिए देश भर में एनआरसी लाना हमारी प्रतिबद्धता है। ममता बनर्जी की तरह हम घुसपैठियों को अपना वोट बैंक नहीं समझते। हमारे लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च है। हम सुनिश्चित करेंगे कि हर एक हिंदू और बौद्ध शरणार्थी को इस देश की नागरिकता मिले।’’ ममता ने कई बार दावा किया है कि एनआरसी से वाजिब भारतीय भी शरणार्थी बन जाएंगे। अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए अभी असम में एनआरसी की व्यवस्था है और उसे लागू करने की प्रक्रिया चल रही है। एनआरसी पिछले साल तब काफी विवादों में घिर गया था जब इसके पूर्ण मसौदे में असम में दशकों से रह रहे करीब 40 लाख लोगों के नाम शामिल नहीं किए गए थे।

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शाह ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की दिलचस्पी सिर्फ अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण में है। भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस का मतलब ‘‘तुष्टीकरण, माफिया और चिट फंड’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘अवैध प्रवासी दीमक की तरह हैं। वे गरीबों को मिलने वाले अनाज खा रहे हैं, वे हमारी नौकरियां छीन रहे हैं। टीएमसी के ‘टी’ का मतलब तुष्टीकरण, एम का मतलब ‘माफिया’ और ‘सी’ का मतलब ‘चिटफंड’ है।’’ उन्होंने भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए हवाई हमले की ‘‘सत्यता पर सवाल’’ उठाने को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता की आलोचना की।  शाह ने कहा कि वायुसेना के हमले से दो जगह मातम था - एक पाकिस्तान और दूसरा ममता बनर्जी के कार्यालय में...। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर के सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने के बाद यह कार्रवाई की गई थी। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। शाह ने ममता पर हमला करते हुए कहा, ‘‘हमें पता चला है कि ममता बनर्जी हवाई हमले का मातम बना रही थीं। पाकिस्तान का हवाई हमले पर मातम मनाना समझ आता है लेकिन ममता बनर्जी क्यों मातम मना रही थीं? वह अल्पसंख्यक वोट बैंक को लुभाने के लिए मातम मना रही थीं। यह शर्मनाक है।’’

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