भारतीय सेना की ‘कैवेलरी रेजीमेंट’, गणतंत्र दिवस परेड पर पहली मार्चिंग टुकड़ी

Cavalry Regiment

भारतीय सेना की 61 ‘कैवेलरी रेजीमेंट’ के घुड़सवार सैनिक का दल बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड की पहली मार्चिंग टुकड़ी रहा। इस दल का नेतृत्व मेजर मृत्युंजय सिंह चौहान ने किया। यह वर्तमान में दुनिया में सक्रिय एकमात्र घुड़सवार इकाई है।

नयी दिल्ली। भारतीय सेना की 61 ‘कैवेलरी रेजीमेंट’ के घुड़सवार सैनिक का दल बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड की पहली मार्चिंग टुकड़ी रहा। इस दल का नेतृत्व मेजर मृत्युंजय सिंह चौहान ने किया। यह वर्तमान में दुनिया में सक्रिय एकमात्र घुड़सवार इकाई है। 61 ‘कैवेलरी रेजीमेंट’ का गठन 1953 में सभी राज्यों की अश्व इकाइयों को मिलाकर किया गया था।

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रेजीमेंट ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 1918 में हाइफ़ा की लड़ाई में तुर्कों का मुकाबला किया था। रेजीमेंट को कुल 39 युद्ध सम्मान हासिल है। इसका नारा ‘‘अश्व-शक्ति यशोबल’’ है, जिसका अर्थ है ‘‘अश्व शक्ति सर्वोच्च है’’।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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