राम जन्मभूमि परिसर में शुरू हुआ श्री रामलला का प्राकट्य उत्सव

पौष शुक्ल तृतीया 1949 को ही श्रीराम जन्मभूमि सेवा समिति द्वारा श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान प्रभु श्रीरामलला का प्राकट्य व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की गयी थी। जिसके प्रत्येक वर्षगाठ पर समिति पौष शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान प्रभु श्रीरामलला का प्राकट्य महोत्सव अनवरत मनाती आ रही है।
अयोध्या। राम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान प्रभु श्रीरामलला का 73 वाँ प्राकट्य महोत्सव श्रीराम जन्मभूमि सेवा समिति द्वारा मनाया जा रहा है जिसमे पहले दिन कलश स्थापना के बाद वेद साहिताओ का पाठ व् रामार्चा पाठ प्रभु श्रीरामलला के समक्ष संपन्न हुआ।
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आपको बता दें कि पौष शुक्ल तृतीया 1949 को ही श्रीराम जन्मभूमि सेवा समिति द्वारा श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान प्रभु श्रीरामलला का प्राकट्य व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की गयी थी। जिसके प्रत्येक वर्षगाठ पर समिति पौष शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान प्रभु श्रीरामलला का प्राकट्य महोत्सव अनवरत मनाती आ रही है। इस वर्ष भी भगवान के प्राकटय उत्सव मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में महंत गिरीश दास , महंत सत्येन्द्र दास वेदांती, अच्युत शंकरशुक्ल, समाजसेवी करन त्रिपाठी , राजेंद्र कुमार चौबे ,शिवकुमार शास्त्री, रमेश त्रिपाठी, आचार्य संतोष वैदिक , आचार्य कुलदीप , उमेश पाण्डेय , प्रवीन चतुर्वेदी आदि लोग समिति से संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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श्री राम जन्मभूमि सेवा समिति के संयोजक हर्षित शुक्ला ने बताया कि आज भगवान श्री राम लला का 73 वा प्रकाशोत्सव मनाया जा रहा है श्री राम चंद्र भूमि सेवा समिति के द्वारा 1949 में प्राकट्य कराया गया था उस समय से विराजमान में भगवान के प्रतिमा का प्राकट्य महोत्सव होता है। जिसमे हम लोग पहले कलश स्थापना करते हैं और वेद का पाठ किया जाता है। और पौष शुक्ल तृतीया पर अयोध्या संत महंत के साथ समिति कलश व हनुमान जी के निशानी से परिक्रमा निकाली जाएगी।
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