रामलला के खजाने में भर रहीं सोने-चांदी की शिलाएं

विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज के शिष्य बड़ोदरा स्थित हनुमान मंदिर के महंत रामशरण दास जी के भक्तों ने यह चांदी की शिला श्रीराम लला के चरणों में दान की है।
अयोध्या। राम जन्मभूमि में बन रहे मंदिर निर्माण को देखने तथा श्रीरामलला के दर्शन करने लगातार देश भर से बड़ी संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। और रामलला के शरण में मंदिर निर्माण प्रति अपना श्रद्धा भाव किस कर रहा है। आज बड़ी संख्या में भक्त रामलला के खजाने को सोने-चांदी और रत्नों से भर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: योगी के चुनाव लड़ने के लिए संघ परिवार ने ऐसी सीट चुनी है जो वर्षों तक बड़ा राजनीतिक लाभ देगी
देश के राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिल नाडु, मध्य प्रदेश, हिमाचल, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार के अलावा आसाम, मणिपुर तथा सिलांग जैसे स्थानों के भक्त राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अपने यथासंभव धनराशि दान रहे हैं। वहींं अभी भी अपने आराध्य के खजाने को चांदी की शिलाओं से भरने में भी पीछे नही हैं। ऐसे ही चांदी की शिला को लेकर गुजरात के बड़ोदरा से महिलाओं का एक दल ट्रस्ट कार्यालय पहुंच। और विहिप के शरद शर्मा के माध्यम चांदी की शिला को अपनी श्रद्धा प्रभु चरणों में समर्पित की।
विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज के शिष्य बड़ोदरा स्थित हनुमान मंदिर के महंत रामशरण दास जी के भक्तों ने यह चांदी की शिला श्रीराम लला के चरणों में दान की है। जिसे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय में जमा कर दिया गया। उन्होंने कहा श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण को देखने तथा श्री रामलला का अपनी नेत्रों से दर्शन करने हेतु भक्तों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। साथ ही भक्त अपने आराध्य को भिन्न भिन्न प्रकार की वस्तुओं का दान देकर अपने श्रद्धा निवेदित कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: 1992 के बाद पहली बार एक लाख से अधिक रामभक्त पहुंचे राम जन्मभूमि, ट्रस्ट ने कहा- आश्चर्यजनक
वहीं कहा कि श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के योद्धा विश्व हिंदू परिषद संरक्षक स्वर्गीय अशोक सिंघल का स्मरण करते हुए कहा माननीय अशोक सिंघल जी सदैव कहते थे की सामाजिक समरसता और राष्ट्र मंदिर स्वरूप श्रीराम लला का जिस दिन मंदिर बनना प्रारंभ होगा देश ही नहीं विश्व के सभी जाति पंथ संप्रदाय के हिंदु अपनी श्रद्धा धनराशि, सोना, चांदी और रत्नों के द्वारा दान देकर समर्पित करेंगे। यह मंदिर राष्ट्र मंदिर के रूप में स्थापित होगा। और आज उनके द्वारा प्रगट किए गए विचार साकार रूप धारण कर रहे हैं।
अन्य न्यूज़












