सिंधिया गद्दार नहीं खुद्दार है, उनका सम्मान होता तो मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार न गिरती- असलम शेर खान

Scindia is not a traitor
दिनेश शुक्ल । Feb 3 2021 10:27PM

इंदिरा सरकार भारी बहुमत से आई थी, लेकिन उन्होंने जो इमरजेंसी लगाई, सख्ती की, लोगों को गिरफ्तार किया, लाठियां बरसाईं, नसबंदी करवाई, इस अत्याचार का जवाब देने के लिए लोगों ने चुनाव आने का इंतजार किया। मोदी सरकार का हश्र भी बिल्कुल 1977 जैसा ही होने वाला है।

इंदौर। पू्र्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता असलम शेरखान ने कांग्रेस की गलत नीतियों की वजह से ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरी और सत्ता परिवर्तन हुआ। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया गद्दार नहीं बल्कि खुद्दार है। उन्होंने कहा कि सिंधिया को कांग्रेस में सम्मान मिला तो वह कांग्रेस छोड़कर कभी नहीं जाते।पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेरखान बुधवार को इंदौर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा में किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इंदिरा गांधी सरकार के नक्शे कदम पर बढ़ रही है और उसका हश्र भी वही हुआ, जो 1977 में इंदिरा गांधी सरकार का हुआ था।

 

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असलम शेर खान ने कहा कि किसानों के साथ जो व्यवहार किया जा रहा है, इससे शर्मनाक व्यवहार नहीं हो सकता। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए दीवार खड़ी कर रहे हैं। सड़कें खोद रहे हैं। यह सरकार इमरजेंसी की तरफ जा रही है। शेरखान ने आगे कहा कि यह सरकार भी इंदिरा गांधी सरकार के नक्शे कदम पर आगे बढ़ रही है। इंदिरा सरकार भारी बहुमत से आई थी, लेकिन उन्होंने जो इमरजेंसी लगाई, सख्ती की, लोगों को गिरफ्तार किया, लाठियां बरसाईं, नसबंदी करवाई,  इस अत्याचार का जवाब देने के लिए लोगों ने चुनाव आने का इंतजार किया। मोदी सरकार का हश्र भी बिल्कुल 1977 जैसा ही होने वाला है।

 

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पूर्व ओलंपिन रहे असलम शेरखान ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे चंदे पर विधायक व पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बयान की निंदा भी की। उन्होंने कहा कि यदि विधायक ने ऐसा कहा तो यह गलत बात है। राम पर लोगों की आस्था है और यदि वे चंदा दे रहे हैं तो इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राम के नाम पर चंदा का धंधा नहीं बनना चाहिए। क्योंकि, लोग राम के नाम पर तो पैसे दे देंगे, लेकिन वह गलत लोगों के जेब में चला जाएगा।

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