लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ करेंगे सख्त कार्रवाई: गौतमबुद्धनगर डीएम

Suhas LY

जिलाधिकारी ने जनता से अपील की कि लॉकडाउन का पालन करें, अगर एक प्रतिशत लोग भी इसका उल्लंघन करते हैं, तो समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित होगा। उन्होंने बताया कि हमारे यहां कोविड-19 के 48 मरीज हैं, जिसमें छह लोगों को उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।

नोएडा। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आने के बीच जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बृहस्पतिवार को कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सुहास एलवाई ने यहां संवाददाताओं से कहा, लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया, ‘‘कोविड-19 से लड़ने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थय विभाग के पास भरपूर मात्रा में उपकरण व सामग्री है। जांच की पूरी व्यवस्था है, किसी भी संसाधन की जनपद गौतम बुद्ध नगर में कमी नहीं है।’’ जिलाधिकारी ने जनता से अपील की कि लॉकडाउन का पालन करें, अगर एक प्रतिशत लोग भी इसका उल्लंघन करते हैं, तो समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित होगा। 

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उन्होंने बताया,‘‘हमारे यहां कोविड-19 के 48 मरीज हैं, जिसमें छह लोगों को उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। अभी 42 लोगों का इलाज चल रहा है, जिसमें एक भी मरीज को वेंटिलेटर सपोर्ट या इंजेक्शन देने की जरूरत नहीं पड़ी है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘डॉक्टर उनकी लगातार देखभाल कर रहे हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को ट्रेस करने व उन्हें तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए 14 रैपिड एक्शन टीम चिकित्सा विभाग द्वारा लगायी गयी है। टीम केपास पूरे संसाधन है। कोविड-19 संबंधी सूचना मिलते ही रैपिड एक्शन फोर्स तुरंत एक्शन लेगी।’’

सुहास एलवाई ने बताया, ‘‘जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए एक मॉडल कॉल सेंटर तैयार किया जा रहा हैं, जहां पर चिकित्सा विभाग ,सुरक्षा विभाग, जिला प्रशासन तथा मानसिक रोग विशेषज्ञ सहित विभिन्न प्रकार के विशेषज्ञों की एक पूरी टीम होगी। इस कॉल सेंटर का एक नंबर दिया जाएगा। इस नंबर पर जनता फोन करके अपनी समस्या बता सकती है।’’ उन्होंने बताया कि जनपद में 48 वेंटीलेटर है ,जो कोविड-19 के मरीजों के लिए स्टैंडबाई में तैयार करके रखे गए हैं, हालांकि अभी तक किसी मरीज को वेंटीलेटर की जरूरत नहीं पड़ी है। जिलाधिकारी ने जनपद के अस्पताल संचालकों, होटल संचालकों तथा बिल्डरों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस सेलड़नेमें जिला प्रशासन की मदद करें। 

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उन्होंने बताया कि आईएमए के पदाधिकारियों से जिला प्रशासन की बात हुई है, तथा कई अस्पताल स्वयं आगे आकर अपना अस्पताल कोविड-19 के उपचार के लिए देने को तैयार हुए हैं। उन्होंने बताया कि कई होटलों ने अपने होटल कोरोना संक्रमण के मरीजों का उपचार करने वाले मेडिकल स्टाफ को ठहरने के लिए दिया है जबकि कई बिल्डरों ने अपनी सोसाइटी केटावर मेडिकल स्टाफ को रहने के लिए प्रदान किया है। तब्लीगी जमात के लोग जनपद में कितने हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। जल्द ही उनकी संख्या बताई जाएगी। उन्होंने बताया कि विदेश से आने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है। 95 प्रतिशत लोगों का पता लगा लिया गया है।

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