Unlock 5 के 57वें दिन AIIMS में भारत बायोटेक के Covaxin के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू

Covaxin

त्रिपुरा में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 50 और नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 32,578 हो गए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस पूर्वोत्तर राज्य में कोविड-19 से अब तक 367 मौतें हुई हैं त्रिपुरा में अभी 770 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 31,418 लोग बीमारी से ठीक हो चुके हैं।

नयी दिल्ली। कोरोना वायरस रोधी टीके के निर्माण में लगी स्वदेशी कोवैक्सिन के इंसानों पर नैदानिक परीक्षण के तीसरे चरण की शुरुआत बृहस्पतिवार को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हुई। संस्थान के तंत्रिका विज्ञान केंद्र की प्रमुख एम वी पद्मा श्रीवास्तव और तीन अन्य स्वयंसेवकों ने टीके की पहली खुराक ली। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर भारत बायोटेक ‘कोवैक्सिन’ को विकसित कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि डॉ. श्रीवास्तव को पहला टीका लगाया गया और अगले कुछ दिनों में एम्स में 15 हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों को टीका लगाया जाएगा। एक सूत्र ने कहा कि चार स्वयंसेवकों को मांसपेशियों में आधा मिलीलीटर की पहली खुराक सुई के माध्यम से दी गई। संपर्क किये जाने पर डॉ. श्रीवास्तव ने कहा, “कोवैक्सिन देश में निर्मित पहला कोरोना वायरस रोधी टीका है और उससे भी ऊपर मेरा संस्थान परीक्षण में हिस्सा ले रहा है। टीका लगवाने वाले पहले स्वयंसेवक के तौर पर मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। मैं इस महान उद्देश्य का हिस्सा बनकर खुश हूं। मैं पूरी तरह ठीक हूं और काम कर रही हूं।” सूत्रों ने कहा कि परीक्षण के तहत 0.5 मिलीलीटर की पहली खुराक देने के 28 दिन बाद 0.5 मिलीलीटर की दूसरी खुराक दी जाएगी। तीसरे चरण के तहत 18 वर्ष और उस से ज्यादा की आयु के 28,500 लोगों को विभिन्न केंद्रों पर परीक्षण टीका लगाया जाएगा। 10 राज्यों में करीब 25 केंद्रों पर यह परीक्षण किया जाएगा। कुछ जगहों पर परीक्षण शुरू भी हो गया है। भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने भारत बायोटेक को कोवैक्सिन के तीसरे चरण के मानवीय नैदानिक परीक्षण करने की मंजूरी दे दी है। पहले और दूसरे चरण के परीक्षण के सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनकता आंकड़े केंद्रीय औषध नियामक को उपलब्ध करा दिये गए हैं। हैदराबाद स्थित कंपनी ने तीसरे चरण के परीक्षण के लिये आवेदन करते हुए कहा था कि टीके को लेकर किसी भी स्वयंसेवक पर कोई गंभीर दुष्प्रभाव की खबर नहीं है। सूत्र ने कहा कि एक आम शिकायत सूई लगने वाली जगह पर दर्द की थी जो धीरे-धीरे खत्म हो गया। कोवैक्सिन के अलावा भारत में चार अन्य टीकों का अलग-अलग चरणों में परीक्षण चल रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनका के कोविड-19 टीके के तीसरे चरण का परीक्षण कर रहा है जबकि जाइडस-कैडिला के देश में निर्मित टीके के दूसरे चरण का परीक्षण पूरा हो चुका है।

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कोविड-19 के सामने आए 44489 नए मामलों में से 60.72 प्रतिशत छह राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बीते 24 घंटे में सामने आए कोरोना वायरस के 44,489 मामलों में से 60.72 प्रतिशत मामले छह राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामलों की पुष्टि केरल में हुई। इसके बाद महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और उत्तर प्रदेश का नम्बर आता है। मंत्रालय ने कहा कि 524 मौतों में से 60.50 प्रतिशत दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में हुई हैं। गत 24 घंटे में केरल में सबसे ज्यादा 6491 नए मामले आए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 6159व दिल्ली में 5246 मरीजों की पुष्टि हुई है। मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में दिल्ली में सबसे ज्यादा 99 मौतें हुई हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 65 और पश्चिम बंगाल में 51 संक्रमितों ने दम तोड़ा है। भारत में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 4,52,344 है, जो कुल मामलों का 4.88 फीसदी है। मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमण का इलाज करा रहे 65 प्रति मरीज आठ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के हैं, जहां से रोजाना अधिकतम मामले और मौतें रिपोर्ट होती हैं। उसने कहा कि कोविड-19 के कारण हुई कुल मौतों में से 61 प्रतिशत इन आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हुई हैं। मंत्रालय ने बताया, पंजाब में मृत्यु दर 3.16 फीसदी, महाराष्ट्र में 2.60 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 1.75 फीसदी और दिल्ली में 1.60 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय औसत 1.46 फीसदी है। वहीं मृत्यु दर उत्तर प्रदेश में 1.43 प्रतिशत, हरियाणा में 1.02 फीसदी, राजस्थान में 0.87 प्रतिशत और केरल में 0.37 फीसदी है। दिल्ली में प्रति 10 लाख की आबादी पर कोविड-19 के 29,169 मामले हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में प्रति 10 लाख की आबादी पर 14,584 और हरियाणा में 7,959 मामले हैं। देश में प्रति 10 लाख की आबादी पर 6,715 मामले हैं। मंत्रालय ने बताया कि देश में संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या 86,79,138 है और संक्रमण को मात देने की राष्ट्रीय दर 93.66 प्रतिशत है। बीते 24 घंटे में 36,367 मरीज संक्रमण से उबरे हैं। उसने कहा कि 15 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में संक्रमण से मुक्त होने की दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, कुल मामले 92.66 लाख पहुंच गए हैं, जबकि मृतक संख्या 1,35,223 हो गई है।

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दिल्ली में कोविड-19 की जांच ‘पूर्णता के स्तर’ पर पहुंच गई है: सत्येंद्र जैन 

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के लिए जांच की क्षमता ‘‘पूर्णता के स्तर’’ पर पहुंच गई है और प्रयोगशालाओं को एक दिन के अंदर सभी आरटी-पीसीआर की जांच के परिणाम जारी करने में समस्या आ रही है। कोविड-19 का पता लगाने के लिए मंगलवार को 61,778 जांच की गई जिसमें 26,080 आरटी-पीसीआर जांच थी, जो महानगर के लिए एक दिन में सर्वाधिक है। इसमें 35,698 रैपिड एंटीजन जांच भी शामिल है। जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जांच पूर्णता के स्तर पर पहुंच गई है...कई लोग अब कह रहे हैं कि उनकी जांच दो-तीन दिन पहले ही हुई थी।’’ मंत्री ने कहा कि सरकार ने आरटी-पीसीआर की जांच बढ़ाकर 35 हजार तक करने का निर्देश दिया था लेकिन प्रयोगशालाओं को एक दिन के अंदर सभी जांच के परिणाम जारी करने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक नई समस्या आ गई है।’’ जैन ने कहा कि बुधवार को संक्रमण की दर कम होकर 8.49 फीसदी हो गई जबकि सात नवंबर को यह दर 15.26 फीसदी थी। उन्होंने कहा कि ऐसे बिस्तर जिन पर मरीज नहीं हैं उनकी संख्या चार दिन पहले 7844 थी जो अब बढ़कर 9138 हो गई है। पिछले कुछ दिनों में उपलब्ध आईसीयू बिस्तरों की संख्या भी बढ़कर 1057 हो गई है। 

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दिल्ली में वेंटिलेटर के साथ केवल 205 आईसीयू बेड उपलब्ध, 60 अस्पतालों में कोई बेड नहीं खाली

दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों और मृत्यु दर में वृद्धि होने के बीच नगर में बृहस्पतिवार को वेंटिलेटर से लैस उपलब्ध गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) बेड की संख्या घटकर 205 रह गयी वहीं कम से कम 60 अस्पतालों में कोई बेड खाली नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को संक्रमण के 5,246 नए मामले दर्ज किए गए। इस बीच तापमान में कमी होने तथा हवा की गुणवत्ता खराब होने से श्वसन संबंधी बीमारियों के बढ़ने की आशंका है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को कहा कि शहर में कोविड​​-19 मरीजों के लिए बेडों की संख्या नौ से 26 नवंबर के बीच 16,172 से बढ़कर 18,252 हो गयी है। मंत्री ने ट्विटर पर कहा, पिछले 15 दिनों में दिल्ली के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए 1359 आईसीयू बेड सहित 2080 बेड बढ़ाए गए हैं। ट्वीट में दिए गए आंकड़ों के अनुसार वेंटिलेटर के साथ 211 आईसीयू बेड बढ़ाए गए हैं और इस तरह के बेडों की कुल संख्या 1,264 से बढ़कर 1,475 हो गयी है। दिल्ली सरकार के ‘ऑनलाइन कोरोना डैशबोर्ड’ के अनुसार बृहस्पतिवार शाम 5.10 बजे, शहर में वेंटिलेटर वाले 205 कोविड आइसीयू बेड खाली थे। जिन अस्पतालों में कोई स्थान खाली नहीं है, उनमें बेस अस्पताल दिल्ली कैंट, उत्तर रेलवे अस्पताल, सर गंगाराम अस्पताल, बत्रा अस्पताल, विम्हांस और इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल शामिल हैं। शहर में कोविड का इलाज मुहैया कराने वाले 100 से अधिक अस्पतालों में, कम से कम 30 में पांच से कम खाली बेड हैं। 

रात में कर्फ्यू का फैसला तीन-चार दिन में लिया जा सकता है्: दिल्ली सरकार ने अदालत को बताया

आप सरकार ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बृहस्पतिवार को बताया कि वह कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में रात में कर्फ्यू लगाने के संबंध में तीन से चार दिन में फैसला कर सकती है, लेकिन अभी तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। देश के कुछ राज्यों में रात्रि कर्फ्यू लागू किया गया है। दिल्ली सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील संदीप सेठी ने अतिरिक्त स्थायी वकील सत्यकाम के साथ मिलकर न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ के समक्ष यह अभ्यावेदन दिया। अदालत ने सवाल किया था कि क्या दिल्ली सरकार रात में कर्फ्यू लागू करेगी। केंद्र ने 25 नवंबर को जारी ताजा दिशा निर्देशों में रात्रि कर्फ्यू लगाने की मंजूरी दे दी है। दिल्ली सरकार ने कहा, ‘‘हम रात्रि कर्फ्यू लगाने के बारे में सक्रियता से विचार कर रहे हैं। इस पर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।’’ अदालत ने पूछा कि यह फैसला कितनी जल्दी लिया जाएगा। उसने कहा, ‘‘सक्रियता से विचार कर रहे हैं? क्या आप उतनी सक्रियता से विचार कर रहे हैं, जितना कोविड-19 सक्रिय है?’’ दिल्ली सरकार के वकील ने उत्तर दिया, ‘‘संभवत: तीन से चार दिन में फैसला किया जाएगा।’’ अदालत दिल्ली में कोविड-19 संबंधी जांच बढ़ाने और जल्दी परिणाम देने के संबंध में वकील राकेश मल्होत्रा की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

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केरल में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 5,378 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 5.83 लाख से अधिक हो गए, जबकि बीमारी से 27 और मृत्यु होने से राज्य में मृतकों की संख्या 2,148 हो गई। स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पिछले 24 घंटों में, 55,996 नमूनों की जांच की गई है। संक्रमण दर 9.60 प्रतिशत है। राज्य में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 5,83,510 हो गए है, जिसमें 50 स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। राज्य में 5,970 मरीजों के संक्रमण से ठीक होने के बाद ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 5,16,978 हो गई। वर्तमान में 64,486 मरीजों का इलाज चल रहा है। 

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आंध्र प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 1,031 नए मामले सामने आने से राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 8,65,705 हो गए। पिछले 24 घंटों में 1,081 रोगियों के ठीक होने के बाद ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 8,46,120 हो गई। नवीनतम बुलेटिन में कहा गया कि कोरोना वायरस संक्रमण से आठ और मरीजों ने दम तोड़ दिया, जिससे मृतकों की कुल संख्या 6,970 हो गई। बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या 12,615 है। 

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गोवा में बृहस्पतिवार को 148 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बााद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 47,341 हो गए, जबकि बीमारी से दो और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 685 हो गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कम से कम 111 रोगियों को विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई, जिससे राज्य में ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 45,340 हो गई। अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में राज्य में 1,316 मरीजों का इलाज चल रहा है। 

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त्रिपुरा में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 50 और नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 32,578 हो गए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस पूर्वोत्तर राज्य में कोविड-19 से अब तक 367 मौतें हुई हैं त्रिपुरा में अभी 770 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 31,418 लोग बीमारी से ठीक हो चुके हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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