जिस हथियार से एलन ने US की ब्यूरोक्रेसी को हिलाया, उसी DOGई को ट्रंप मस्क के पीछे खड़ा कर छू करने वाले हैं

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अभिनय आकाश । Jul 2 2025 2:45PM

आखिर ऐसा है क्या बिग ब्यूटीफुल बिल में जो दो प्रेमियों के बीच भड़े बाजार तकरार हो रही है और मस्क को मायके भेजने की बात चलने लगी है।

वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट यानी डब्ल्यूडब्लयूई की फाइटिंग रिंग में कंपनी के मालिक और अपने दोस्त विंस मैकमैन में सुनहरी जुल्फें, आंखें जो कैमरे को देखते ही अठखेलियां करने की अदा लिए शख्स उन्हें मैच का चैलेंज दे देता हैं और सबके सामने उनके बाल काट देता है। लेकिन इस घटना के करीब दो दशक बाद उसी शख्स को अमेरिका की सत्ता जब दोबारहा मिलती है। तो उसने दिखाया कि वो सत्ता में आने के बाद बिल्कुल नहीं बदला है। अपने सबसे अच्छे मित्रों से दोस्ती की परीक्षा लेना और उन्हें परेशान करना उसका का मूल स्वभाव रहा है। चाहे वो अपने जिगड़ी मस्क को झोला उठाकर जाने के लिए मजबूर होने की बात कहना हो या फिर दसों बार मोदी को माई गुड फ्रेंड बताते हुए उनके लिए कुर्सी पीछे खिसकाने के कुछ ही दिन बाद भारत पर टैरिफ लगाने का कदम रहा हो। ट्रंप एक अवस्था का नाम है। ट्रंप के मित्रों की दुनिया भी खाली पड़ी है। उसमें कोई बहुत देर नहीं टिकता। ट्रंप की जीत के लिए मोटा पैसा खर्च करने वाले मस्क को लगने लगा था कि वो व्हाइट हाउस में चार पिक्चर खिचवा लेंगे। प्रधानमंत्रियों से मिलने अपने बच्चे लेकर पहुंच जाएंगे। एक दो इंटरव्यू में बैठ जाएंगे तो उन्हें रियासतें अमरीका का वजीर बना दिया जाएगा। लेकिन जब ट्रंप के बिल पर मस्क ने सोशल मीडिया पर अपनी जुबान खोली तो उनको माफी मांगनी पड़ी। लिखना पड़ा कि आउट ऑफ लाइन चला गया था। पिछले ही मुकाबले में ट्रंप ने मस्क को साफ कर दिया था कि अगर बिग मैच का हिस्सा बनना है तो वाह-वाह के अलावा कुछ करने के अलावा कोई स्केोप नहीं है। इसलिए इस बार मस्क ने सीधे तो ट्रंप को नहीं घसीटा। लेकिन ये जरूर कहा कि जो सांसद बिग ब्यूटीफुल बिल के पक्ष में वोट करेंगे उन्हें अगले साल चुनाव में हरवा दूंगा। इस बार ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट की जगह साफ शब्दों में मस्क को उनकी जगह बताई कि तुम्हे जो सब्सिडी देता हूं, बंद कर दूंगा तो बोरिया-बिस्तर समेट कर दक्षिण अफ्रीका जाना पड़ेगा। जहां से आए हो। जो डोज मस्क ने बीते दिनों पूरे अमेरिका की ब्यूरोक्रेसी पर खड़ा कर दिया था। उसे ट्रंप मस्क के पीछे खड़ा करके छू करने की बात कह रहे हैं। आखिर ऐसा है क्या बिग ब्यूटीफुल बिल में जो दो प्रेमियों के बीच भड़े बाजार तकरार हो रही है और मस्क को मायके भेजने की बात चलने लगी है। 

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ट्रंप और मस्क के बीच जंग के दूसरे राउंड की शुरुआत कैसे हुई

दुनिया को लगा था कि दोस्त से दुश्मन बने ट्रंप और मस्क के बीच सीजफायर हो गया है। अब ये दोनों एक दूसरे की जड़ों को काटने की कोशिश नहीं करेंगे। लेकिन ट्रंप और मस्क के बीच युद्ध का दूसरा राउंड शुरू हो चुका है। दोनों ने सोशल मीडिया पर एक दूसरे के खिलाफ आग उगली और अब जुबानी बमबारी भी शुरू कर दी। अब मामला इतना गंभीर हो चुका है कि मस्क ट्रंप की राजनीति खत्म करने की बात कर रहे हैं। ट्रंप तो अमेरिका से एलन मस्क का बोरिया बिस्तर बंधवाना चाहते हैं। यूएस से एलन मस्क का पैकअप करना चाहते हैं। मस्क का कहना है कि एक तो डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी, दूसराउनका बिग ब्यूटीफुल बिल और तीसरा उनके फैसले अमेरिकी जनता के हित में नहीं हैं। इसलिए वो अपनी एक अलग पार्टी बनाना चाहते हैं जो वाकई में अमेरिकी जनका के हितों का ध्यान रख सके। ट्रंप ने 'एक्स' पर लिखा, मैं शुरू से इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) जनादेश के खिलाफ रहा हूं। मस्क को राष्ट्रपति चुनाव में मेरा समर्थन करने से पहले ही यह बात पता थी। ईवी कारें ठीक हैं, लेकिन किसी को मजबूर नहीं किया जा सकता कि वह वही खरीदें। मस्क को अब तक इतिहास में सबसे ज्यादा सब्सिडी मिल चुकी है। अगर ये सब्सिडी बंद हो गई तो वह रॉकेट नहीं चला पाएंगे, न सैटलाइट भेज पाएंगे और न ही EV बना पाएंगे। उन्हें शायद अपनी कंपनी समेटकर दक्षिण अफ्रीका लौटना पड़े। 

क्यों दी दक्षिण अफ्रीका की धमकी ?

मस्क मूल रूप से दक्षिण अफ्रीका के रहने वाले हैं और बाद में अमेरिका में बस गए थे। ट्रंप का बयान न सिर्फ राजनीतिक संकेत देता है, बल्कि एक बड़े कारोबारी पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है। ट्रंप का दावा है कि बिल पारित होने से अमेरिका में निवेश बढ़ेगा और चीन पर निर्भरता घटेगी। जबकि मस्क इसे पोर्क फिल्ड यानी कि बेकार खर्चों से भरा बिल मानते हैं।

क्या है बिग एंड ब्यूटीफुल बिल 

यह बिल अमेरिका के 2017 के टैक्‍स कट को स्‍थायी बनाने का प्रयास है। यह एक व्‍यापक बिल  है, जिसमें सीमा सुरक्षा, खर्च और टैक्‍स शामिल किए गए हैं। अमेरिका में रह रहे दूसरे देश के लोगों द्वारा घर पैसा भेजने पर 5 प्रतिशत का टैक्‍स लगाने को लेकर इसकी आलोचना भी खूब हो रही है। रिन्‍यूवेबल एनर्जी जैसी चीजों के लिए सब्सिडी खत्‍म करना इसमें शामिल है। ट्रंप का यह विधेयक बाइडेन युग के उस आदेश को समाप्त कर देगा, जिसके अनुसार 2032 तक नई कार की बिक्री में दो-तिहाई इलेक्ट्रिक वाहन होंगे। विधेयक में तेल, गैस और कोयला निकालने के लिए कंपनियों द्वारा भुगतान की जाने वाली रॉयल्टी रेट्स में कटौती का प्रस्ताव है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का नया बजट बिल सीनेट में पास हो गया। वोटिंग में 50-50 की बराबरी के बाद उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने निर्णायक वोट देकर बिल को पास कराया। ये बिल गरीबों की मदद करने वाले कई कार्यक्रमों में कटौती करता है, लेकिन टैक्स में छूट और सेना, बॉर्डर सिक्यॉरिटी पर भारी खर्च की इजाजत देता है।

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पेशन पर टैक्स में छूट

ट्रंप ने चुनाव में वादा किया था कि बुजुर्गों की पेंशन पर टैक्स नहीं लगेगा। अब इस बिल में 65 साल से ज्यादा उम्र वालों को 6,000 डॉलर तक की टैक्स छूट मिलेगी। यह छूट सिर्फ कुछ सालों तक और एक तय इनकम लिमिट तक ही मिलेगी।

गरीबों के इलाज वाली योजना पर सख्ती

'मेडिकेड' नाम की एक योजना है, जिससे गरीब, बुजुर्ग और | बीमार लोगों को इलाज में मदद मिलती है। अब इस योजनाका फायदा पाने के लिए नए नियम बनाए गए हैंः जिनके कोई बच्चे नहीं हैं और जो शारीरिक रूप से ठीक हैं, उन्हें हर महीने कम से कम SO घंटे काम या सेवा करनी होगी। पहले हर साल एक बार योजना में नाम लिखाना पड़ता था, अब हर 6 महीने में करना होगा।

टिप्स और ओवरटाइम पर टैक्स खत्म 

अगर आप होटल या दुकान में काम करते हैं और आपको टिप्स या ओवरटाइम मिलता है, तो अब उस पर टैक्स नहीं देना होगा। लेकिन अगर आपकी इनकम ज्यादा है, तो यह छूट नहीं मिलेगी।

बच्चों पर टैक्स छूट कम होगी

बच्चों के लिए मिलने वाली टैक्स छूट को अब 2,500 से घटाकर 2,200 डॉलर किया जा रहा है, लेकिन अच्छी बात यह है कि यह फायदा हमेशा मिलेगा और अब सिर्फ एक पैरेंट का सोशल सिक्यॉरिटी नंबर होना जरूरी होगा।

सोलर टैक्स क्रेडिट खत्म

इलेक्ट्रिक वाहन और सोलर टैक्स क्रेडिट खत्म हो जाएगा। पहले सोलर पैनल और विंड पावर जैसी साफ ऊर्जा पर सरकार टैक्स में बड़ी छूट देती थी। अब वह छूट धीरे-धीरे खत्म की जाएगी, खासकर उन कंपनियों के लिए जो चीन जैसी विरोधी देशों से सामान लेती है। इस बिल के मुताबिक सरकार अब ज्यादा कर्ज ले सकेगी। 

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