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Unlock 5 के 55वें दिन देश में प्रतिदिन की संक्रमण दर चार प्रतिशत से कम, 13.36 करोड़ नमूनों की हुई जांच
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- नवंबर 24, 2020 21:56
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रोजाना औसतन 10 लाख से अधिक जांच के साथ संक्रमण दर भी निचले स्तर पर है। प्रति दस लाख आबादी पर जांच की संख्या बढ़कर 96,871 हो गयी है। देश में जांच की क्षमता भी बढ़ी है और वर्तमान में 2134 प्रयोगशालाओं में कोविड-19 के नमूनों की जांच की जा रही है।
नयी दिल्ली। देश में एक दिन में कोविड-19 की 10,99,545 जांच समेत अब तक 13.36 करोड़ नमूनों की जांच हुई है और रोजाना की संक्रमण दर भी घटकर चार प्रतिशत से कम हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि छह दिन बाद पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 40,000 से कम मामले आए। आठ नवंबर के बाद से संक्रमण के मामले 50,000 से नीचे ही आ रहे हैं। रोजाना औसतन 10 लाख से अधिक जांच के साथ संक्रमण दर भी निचले स्तर पर है। प्रति दस लाख आबादी पर जांच की संख्या बढ़कर 96,871 हो गयी है। देश में जांच की क्षमता भी बढ़ी है और वर्तमान में 2134 प्रयोगशालाओं में कोविड-19 के नमूनों की जांच की जा रही है। मंत्रालय ने बताया कि 24 घंटे में 10,99,545 जांच के साथ रोजाना 10 लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा रही है। मंत्रालय ने बताया, ‘‘कुल मामलों के हिसाब से संक्रमण दर 6.87 प्रतिशत है जबकि रोजाना की संक्रमण दर घटकर 3.45 प्रतिशत हो गयी है। जांच की संख्या बढ़ाने के कारण संक्रमण दर में गिरावट आयी है।’’ पिछले कुछ हफ्ते में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी घटी है। पिछले 24 घंटे के दौरान 42,314 मरीजों ने संक्रमण को मात दी। देश में वर्तमान में 4,38,667 संकमित मरीज हैं जो कि कुल मामलों का 4.78 प्रतिशत है। अब तक 86 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में संक्रमण से ठीक होने वाले 75.71 प्रतिशत मरीज 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के थे। दिल्ली में सबसे ज्यादा 7216 मरीज ठीक हो गए। इसके बाद केरल में 5425 और महाराष्ट्र में 3729 मरीज स्वस्थ हुए। मंत्रालय ने कहा कि सबसे ज्यादा 4454 मामले दिल्ली से ही आए। महाराष्ट्र से 4153 मामले आए। पिछले 24 घंटे के दौरान 480 मरीजों की मौत हो गयी। मौत के 73.54 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आए। दिल्ली में सबसे अधिक 121 लोगों की मौत हो गयी। पश्चिम बंगाल में 47 और महाराष्ट्र में 30 मरीजों की मौत हो गयी। देश में कोविड-19 के के 37,975 नए मामले आने के साथ संक्रमितों की कुल संख्या91,77,840 हो गयी और मृतकों की संख्या 1,34,218 हो गयी है।
टीकाकरण में प्राथमिकता तय करने का काम राज्यों की सलाह से पूरा किया जाएगा: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि जिस तरह कोविड-19 महामारी से लड़ाई में प्रत्येक जान बचाने पर ध्यान दिया गया, उसी तरह यह सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी जाएगी कि प्रत्येक व्यक्ति को अनिवार्य वैज्ञानिक मापदंड पर खरा उतरा टीका उपलब्ध हो सके। प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ डिजिटल माध्यम से बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि टीकाकरण में प्राथमिकता तय करने का काम राज्यों की सलाह से पूरा किया जाएगा। यह बैठक कोविड-19 से निपटने और प्रबंधन की स्थिति तथा तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित की गई थी। इस दौरान आठ मुख्य राज्यों पर विशेष ध्यान दिया गया जिनमें हरियाणा, दिल्ली, छत्तीसगढ़, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। मोदी ने कहा कि हर स्तर पर सरकारों को यह सुनिश्चित करने के लिए मिल कर काम करना होगा कि टीकाकरण अभियान सुगमतापूर्वक, व्यवस्थित, और लगातार चलाया जा सके। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘सरकार टीके के विकास के काम पर करीबी नजर रख रही है और वह टीके का विकास और उत्पादन करने वाले भारतीयों के साथ-साथ वैश्विक नियामकों, अन्य देशों की सरकारों, बहुपक्षीय संस्थानों और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के सम्पर्क में है।’’
उन्होंने कहा कि इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि नागरिकों के लिए जो टीके आएं, वे अनिवार्य वैज्ञानिक मापदंड पर खरे उतरें। मोदी ने कहा, ‘‘जैसे कोविड के खिलाफ हर व्यक्ति के जीवन की सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित किया गया है, उसी तरह यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता होगी कि टीका हरेक व्यक्ति तक पहुंचें। सरकारों को सभी स्तरों पर यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना होगा कि टीकाकरण अभियान सहज, व्यवस्थित और सतत आधार पर चलाया जाए।’’ प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि टीके के विषय में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाकर और नागरिक समाज, एनसीसी और एनएसएस के छात्रों तथा मीडिया की मदद लेकर इन अफवाहों से प्रभावी रूप से निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई में शुरुआत से ही एक-एक देशवासी का जीवन बचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा, ‘‘अब वैक्सीन आने के बाद भी हमारी प्राथमिकता यही होगी कि सभी तक कोरोना की वैक्सीन पहुंचे। इसमें तो कोई विवाद हो ही नहीं सकता है। कोरोना की वैक्सीन से जुड़ा भारत का अभियान, अपने हर नागरिक के लिए एक प्रकार से राष्ट्रीय प्रतिबद्धता की तरह है।’’ मोदी ने मुख्यमंत्रियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि बेहतर परिणामों के लिए वे राज्य स्तरीय संचालन समिति तथा राज्य और जिला स्तरीय कार्यबल का गठन करें। उन्होंने कहा, ‘‘हमें हमारे रोजमर्रा के काम के साथ कोरोना से लड़ते-लड़ते भी इस एक व्यवस्था को तुरंत विकसित करना पड़ेगा। यह मेरा आग्रह रहेगा।Discussed various aspects relating to the COVID-19 situation, including further ramping up of health infrastructure and ensuring vaccination to our citizens, during the interaction with CMs earlier today. https://t.co/lLs8auUQN1
— Narendra Modi (@narendramodi) November 24, 2020
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कोविड-19 से निपटने के लिए भारत ने महत्वपूर्ण वैज्ञानिक क्षमता दिखाई: हर्षवर्धन
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि देश में बन रहे टीकों से लेकर जांच की नयी तकनीकों और उपचारात्मक पद्धतियों तक भारत ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने में अपनी महत्वपूर्ण वैज्ञानिक क्षमता का पूरा इस्तेमाल किया है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने पहले ऑनलाइन शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) युवा वैज्ञानिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी एक परीक्षा है जो दर्शाती है कि इस प्रकार की वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए बहुपक्षीय सहयोग अहम है। हर्षवर्धन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण सबसे बड़ी वैश्विक चुनौती के रूप में सामने आया है, जिससे निपटने के लिए रणनीति तैयार कर सामूहिक वैश्विक प्रयास करने की आवश्यकता है और इसमें युवा वैज्ञानिकों ने अहम भूमिका निभाई है। हर्षवर्धन ने भारत के उठाए कदमों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘भारत ने अपनी महत्वपूर्ण वैज्ञानिक क्षमता का पूरा इस्तेमाल किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र में भारतीय शोध संस्थानों ने वैश्विक महामारी से निपटने के प्रभावी तरीके विकसित करने के लिए स्वदेशी टीके बनाने, घर जाकर जांच करने की नयी तरह की तकनीकों और पारम्परिक ज्ञान पर आधारित उपचारात्मक पद्धतियों से लेकर अनुसंधान संसाधनों को स्थापित करने तक अथक कार्य किया।’’ हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार के सहयोग से 100 से अधिक स्टार्ट अप ने कोविड-19 से निपटने के लिए नवोन्मेषी उत्पाद और समाधान मुहैया कराए हैं।
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कोविड-19: महाराष्ट्र में 5439 जबकि गुजरात 1,510 नए मामले सामने आए, तमिलनाडु में 17 मरीजों की मौत
महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु में मंगलवार को कोरोना वायरस के क्रमश: 5,439, 1,510 और 1,557 नए मरीज सामने आए। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मंगलवार को कोविड-19 के नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 17,89,800 हो गई। वहीं, संक्रमण से30 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 46,683 हो गई है। विभाग के मुताबिक राज्य में कोविड-19 संक्रमण से मुक्त होने के बाद आज 4,086 मरीजों को छुट्टी दे गई, जिसके साथ ही अबतक 16,58,879 कोविड-19 मरीज ठीक हो चुके हैं। विभाग के अनुसार राज्य में फिलहाल 83,221 कोविड-19 रोगियों का इलाज चल रहा है। मुम्बई में 939 नये मरीज सामने आए जिससे यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर2,77,453 हो गयी। वहीं, शहर में 19 और मरीजों की मौत से मृतक संख्या 10,708 पर पहुंच गई। राज्य में अबतक 1,03,66,579 नमूनों की जांच हो चुकी हैं उधर, गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मंगलवार कोरोना वायरस के 1510 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2,00,409 हो गई। राज्य में तीन दिनों के दौरान यह दूसरी बार हुआ है कि कोविड-19 के 1500 से अधिक नये मामले सामने आये हैं।
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विभाग ने बयान में बताया कि दिन के दौरान कोविड-19 के 16 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,892 पहुंच गई। विभाग ने एक विज्ञप्ति में बताया कि इसी अवधि में 1,286 मरीजों को स्वस्थ होने पर पर अस्पतालों से छुट्टी दी गई। राज्य में अब तक 1,82,473 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 91.05 फीसद है। गुजरात में फिलहाल कोविड-19 के 14,044 मरीज उपचाररत हैं। विज्ञप्ति के अनुसार राज्य में अब तक 73,89,330 लोगों के नमूनों की जांच की जा चुकी है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मंगलवार कोरोना को वायरस के 1,557नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,73,176 हो गई। विभाग ने बयान में बताया कि दिन के दौरान कोविड-19 के 17 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 11,639 पहुंच गई। विभाग ने एक विज्ञप्ति में बताया कि इसी अवधि में 1,910मरीजों को स्वस्थ होने पर पर अस्पतालों से छुट्टी दी गई। राज्य में अब तक7,49,662मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में फिलहाल 11,875 मरीज उपचाररत हैं। राज्य में 13 नवंबर से 2000 से कम नये मामले सामने आ रहे हैं। चेन्नई में इस महामारी के अबतक 2,12,970 मामले सामने आ चुके हैं। शहर में इस वायरस से अबतक 3829लोगों की जान गयी है। विज्ञप्ति के अनुसार राज्य में अब तक 1,16,73,521लोगों के नमूनों की जांच की जा चुकी है।
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आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के 1085, नगालैंड में 79 नए मामले सामने आए
आंध्र प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस के 1085 नए मरीज सामने आए, जबकि पूर्वोत्तर राज्य नगालैंड में 79 और लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। अमरावती में आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नए मामलों के बाद प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 8,63,843 हो गई। बुलेटिन के मुताबिक, मंगलवार सुबह नौ बजे खत्म हुए 24 घंटों में 1447 मरीज संक्रमण मुक्त हुए जबकि आठ की मौत हुई। इसमें बताया गया है कि प्रदेश में अबतक 8,43,863 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं जबकि 6956 संक्रमितों की मौत हो गई है। वहीं 13,024 लोग संक्रमण का इलाज करा रहे हैं। उधर, नगालैंड के स्वास्थ्य मंत्री एस पी फोम ने कोहिमा में बताया कि प्रदेश में मंगलवार को 79 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 10,931 हो गई। उन्होंने बताया कि 9291 लोग संक्रामक रोग सेस्वस्थ हुए, जबकि 1471 संक्रमित फिलहाल उपचाराधीन हैं। प्रदेश में कोरोना वायरस से अबतक 63 लोगों की मौत हो चुकी है।
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केंद्र ने राज्यों से कोविड-19 टीके के प्रतिकूल प्रभावों पर निगरानी मजबूत करने की तैयारी करने को कहा
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि कोविड-19 की रोकथाम का टीका आने से पहले वे टीकाकरण के बाद के संभावित प्रतिकूल प्रभावों की निगरानी मजबूत करने के लिए कदम उठाएं। केंद्र ने कहा कि कुछ प्राथमिकता वाले समूहों का टीकाकरण करने के लिए तैयारियां चल रही हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 18 नवंबर के पत्र में कुछ कदम गिनाते हुए कहा है कि ये भारत में ‘टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभावों’ (एईएफआई) की निगरानी की मौजूदा प्रणाली को और मजबूत करने के लिए जरूरी हैं ताकि कोविड-19 के टीकाकरण के लिए एईएफआई की समय पर और पूरी जानकारीमिलना संभव हो। मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव डॉ मनोहर अगनानी द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है, ‘‘मेरा अनुरोध है कि इन पहलों को जल्द से जल्द लागू किया जाए ताकि राज्य और जिले में कोविड-19 का टीका आने से पहले आवश्यक बदलाव हों।’’ इसने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से राज्य और जिला एईएफआई समिति में बाल रोग विशेषज्ञों सहित अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों को शामिल करने को कहा क्योंकि कोविड-19 का टीका वयस्कों को लगाया जाएगा, जिनमें से अधिकतर को पहले से ही अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। मंत्रालय ने कहा कि रोगियों में पहले से हृदय और मस्तिष्क आदि संबंधी समस्याएं होने की वजह से टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव सामने आ सकते हैं और ऐसे में राज्य एईएफआई समितियों की सदस्यता को संशोधित कर उसमें तंत्रिका रोग विशेषज्ञ, हृदय रोग विशेषज्ञ, श्वसन रोग संबंधी विशेषज्ञों को शामिल किया जाए जो इन चीजों पर नजर रख सकें।
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- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 21, 2021 20:36
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मंत्रालय ने कहा कि अब तक, कुल 9,99,065 लोगों को कोविड-19 के टीके लगाए गए हैं। अब तक कुल 18,159 सत्र आयोजित किए गए हैं। बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ने और संक्रमण के नए मामलों में गिरावट आने से उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी आई है।
नयी दिल्ली। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,92,308 रह गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.81 प्रतिशत है। देश के कुल उपचाराधीन मामलों में से 73 प्रतिशत मामले केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि अब तक, कुल 9,99,065 लोगों को कोविड-19 के टीके लगाए गए हैं। अब तक कुल 18,159 सत्र आयोजित किए गए हैं। बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ने और संक्रमण के नए मामलों में गिरावट आने से उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी आई है। एक दिन में कुल उपचाराधीन मामलों में 4,893 मामलों की गिरावट दर्ज की गई है।
मंत्रालय ने कहा, उपचाराधीन मामलों में लगातार गिरावट के राष्ट्रीय परिदृश्य में 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में प्रति दस लाख जनसंख्या पर ये मामले राष्ट्रीय औसत से भी कम है। भारत में प्रति दस लाख जनसंख्या पर 7,689 मामले हैं। देश के कुल इलाजरत मामलों में से 73 प्रतिशत मामले केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में हैं। मंत्रालय ने कहा कि 24 घंटे के अंतराल में कुल 19,965 लोग ठीक हुए हैं। देश में संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,02,65,706 हो गई है। ठीक होने वाले मरीजों में से 87.06 फीसदी 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के हैं। केरल में एक दिन में सबसे अधिक 7,364 मरीज ठीक हुए। महाराष्ट्र में 4,589 मरीज ठीक हुए। संक्रमण के नए मामलों में से 83 फीसदी मामले आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में आए हैं। केरल में पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 6,815 नए मामले सामने आए। महाराष्ट्र में 3,015 नए मामले आए जबकि छत्तीसगढ़ में 594 नए मामले सामने आए हैं। 24 घंटे के अंतराल में देश में हुईं 151 मौतों में से 83.44 प्रतिशत मौतें आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में हुई हैं। महाराष्ट्र में 59 मौतें हुईं। केरल में 18 और छत्तीसगढ़ में 10 लोगों की मौत हुई है।आज शाम 6 बजे तक 9,99,065 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है: डॉ मनोहर अगनानी, अतिरिक्त सचिव, स्वास्थ्य मंत्रालय #COVIDVACCINE pic.twitter.com/r8lwlGb1R1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 21, 2021
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टीकाकरण: अगले चरण में 50 साल से ऊपर के जनप्रतिनिधियों को लग सकता है टीका
कोरोना वायरस के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को टीका लगाए जाने की संभावना है। टीकाकरण अभियान के पहले चरण में तीन करोड़ से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चों पर तैनात कर्मियों को टीका लग रहा है। टीकाकरण के दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर के जन प्रतिनिधियों को टीका लगाया जा सकता है। इस आयु वर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके मंत्रिमंडल के ज्यादातर सदस्य, अधिकतर राज्यों के मुख्यमंत्री और विभिन्न दलों के प्रमुख नेता आते हैं। एक सरकारी सूत्र ने कहा कि शीर्ष नेताओं के टीकाकरण को लेकर कोई समयसीमा तय नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने टीकाकरण अभियान की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत के दौरान कहा था कि नेता अभी प्रतीक्षा करें क्योंकि पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों को टीका लगना है। सरकार ने टीकाकरण अभियान को लेकर कोई समयसीमा नहीं दी है, हालांकि मोदी ने 11 जनवरी को कहा था कि अगले कुछ महीनों के भीतर 50 साल से अधिक उम्र के 30 करोड़ लोगों को टीका लग जाएगा। देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान की शुरुआत गत 16 जनवरी को हुई थी।
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ओडिशा में कोरोना वायरस संक्रमण के 143 नये मामले
ओडिशा में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 143 नये मामले सामने आये जिसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,33,866 पर पहुंच गयी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसकी कजानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में संक्रमण से एक और व्यक्ति की मौत हो गयी जिसके बाद मरने वालों की संख्या 1,903 हो गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 30 में से 23 जिलों में नये मामलेसामने आये हैं। इनमें से 84 मामले विभिन्न पृथक-वास केंद्रों से आये हैं जबकि शेष मामलों का पता संपर्कों का पता लगाने के दौरान चला है। अधिकारी ने बताया कि कटक जिले में संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। अधिकारी ने बताया कि 53 अन्य कोरोना संक्रमितों की मौत अन्य बीमारियों के कारण हुयी है। उन्होंने बताया कि ओड़िशा में फिलहाल 1589 मरीज उपचाराधीन हैं जबकि प्रदेश में अब तक 3,30,321 मरीज संक्रमण मुक्त हुये हैं। प्रदेश में अब तक 74.77 लाख नमूनों की जांच की गयी है और संक्रमण दर 4.46 फीसदी है। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक बिजय कुमार पाणिग्रही ने बताया कि बुधवार तक पिछले चार दिनों में प्रदेश में अब तक 68743 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
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आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से दूसरे दिन भी कोई मौत नहीं
आंध्र प्रदेश में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस संक्रमण से कोई मौत नहीं हुयी। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 139 नये मामले सामने आये हैं जबकि 254 लोग संक्रमण मुक्त हुये हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गयी है। प्रदेश में अब तककुल 1.27 करोड़ नमूनों की जांच की गयी है जिनमें से कुल 8,86,557 लोग संक्रमित पाये गये हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि प्रदेश में अब भी 1522 मरीजों का उपचार चल रहा है और कुल 8,77,893 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में 7,142 लोगों की मौत हो चुकी है।
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भारत ने बांग्लादेश, नेपाल को कोविड-19 के टीके की खेप भेजी
भारत ने सहायता अनुदान एवं पड़ोस प्रथम नीति के तहतबृहस्पतिवार को कोविड-19 के टीके की खेप बांग्लादेश और नेपाल को भेजी। इससे एक दिन पहले भूटान और मालदीव को कोविड टीके की खेप भेजी गई थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने टीके की खेप पहुंचने का चित्र ट्विटर पर साझा किया। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ टीका मैत्री बांग्लादेश के साथ भारत के संबंधों की उच्च प्राथमिकता की पुष्टि करते हैं। ’’ उन्होंने कहा कि नेपाल को भारतीय टीका प्राप्त हुआ, पड़ोस प्रथम और लोक प्रथम को वरियता। कोविशिल्ड टीके की 20 लाख खुराक बांग्लादेश और 10 लाख खुराक नेपाल को भेजी गई है। बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया कि भारत के लोगों और सरकार की तरफ से बांग्लादेश के लोगों और सरकार को ‘मेड इन इंडिया’ कोविड-19 के टीके की 20 लाख खुराक सौंपी गई। भारतीय उच्चायुक्त वी दुरईस्वामी ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री डा. ए के अब्दुल मोमिन और स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मलिक को सौंपी। वहीं, नेपाल में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने ट्वीट किया, ‘‘ भारत की पड़ोस प्रथम नीति के अनुरूप आज प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओलीको भारतीय टीके की 10 लाख खुराक सौंपकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। हम मिलकर इस स्थित उबर जायेंगे। ’’ इससे पहले बुधवार को भारत ने सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया द्वारा उत्पादित कोविशील्ड टीके की 1,50,000 खुराक भूटान को जबकि 1,00,000 खुराक मालदीव को भेजी थी। जयशंकर ने कहा था, ‘‘टीका मैत्री प्रारंभ। भूटान पहुंची इसकी खेप। पड़ोस प्रथम नीति का एक और उदाहरण। ’’
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पुडुचेरी में कोविड-19 के 35 नए मामले, कुल मामले 38, 772 हुए
केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 35 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 38,772 हो गए। स्वास्थ्य विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण निदेशक एस मोहन कुमार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि चार क्षेत्रों-पुडुचेरी, कराईकल, माहे और यनम में बीमारी से कोई नई मौत नहीं हुई। उन्होंने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में मृतकों की संख्या 643 है। उन्होंने बताया कि 3,710 नमूनों की जांच के बाद 35 नए मामले सामने आए, जिससे कुल मामले बढ़कर 38,772 हो गए। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान अस्पतालों से 32 मरीजों को छुट्टी दी गई। केंद्र शासित प्रदेश में कोविड-19से मृत्यु दर 1.66 प्रतिशत और मरीजों के ठीक होने की दर 97.57 प्रतिशत है। मोहन कुमार ने कहा कि अब तक 5.46 लाख नमूनों की जांच हुई है। उन्होंने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 299 है, जबकि 37,830 मरीज ठीक हो चुके हैं।
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जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के 117 नये मामले सामने आये
जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एक और मरीज की मौत हो गयी जिसके बाद प्रदेश में इससे मरने वालों की संख्या बढ़ कर 1,924 हो गयी है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि संघ शासित क्षेत्र में बृहस्पतिवार को संक्रमण के 117 नये मामले सामने आये जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 1,23,764 हो गयी है। उन्होंने बताया कि नये मामलों में से 42 जम्मू क्षेत्र में जबकि 75 कश्मीर क्षेत्र में मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में फिलहाल 1111 मरीजों का उपचार चल रहा है जबकि1,20,729 संक्रमित अब तक यहां संक्रमण मुक्त हुये हैं।
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- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 20, 2021 20:20
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सरकार ने कहा कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,637 रह गयी। उसमें कहा गया कि चित्तूर जिले में 46 और विशाखापत्तनम में 27 नए मामले सामने आए। शेष 11 जिलों में 20 से कम मामले सामने आए। राज्यभर में करीब 1.27 करोड़ नमूनों की जांच हो चुकी हैं।
नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश में करीब सात महीने बाद कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घट कर दो लाख के आंकड़े से नीचे आ गई है और यह कुल संक्रमितों का महज 1.86 प्रतिशत है। मंत्रालय ने कहा कि उपचाराधीन मरीजों में 72 प्रतिशत केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में हैं। वहीं, देश के 34 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 10,000 से भी कम है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘उपाचाराधीन मरीजों की कुल संख्या घट कर 1,97,201 रह गई है। 207 दिनों के बाद यह सबसे कम संख्या है।’’ मंत्रालय ने कहा कि कुल 16,988 लोग पिछले 24 घंटे में इस रोग से उबरे हैं। इससे कुल उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 3,327 की कमी आई है। मंत्रालय ने यह उल्लेख किया है कि भारत में कोविड-19 के मामलों में क्रमिक रूप से कमी आ रही है, जिसके चलते भी उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटी है।
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मंत्रालय ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर, भारत उन कुछ देशों में शामिल है, जहां पिछले सात दिनों में प्रति 10 लाख की आबादी पर प्रतिदिन के नये मामले सबसे कम रहे हैं।’’ मंत्रालय ने कहा कि 20 जनवरी 2021 तक कुल 6,74,835 लाभार्थियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया है। 24 घंटे की अवधि में 3,860 सत्रों के तहत 2,20,786 लोगों को टीका लगाया गया। अब तक कुल 11,720 सत्र आयोजित किये गये हैं।’’ देश में कोविड-19 के अब तक कुल 1.02 करोड़ मरीज ठीक हो चुके हैं। मंत्रालय ने कहा कि ठीक हो चुके मरीजों की संख्या और उपचाराधीन मरीजों की संख्या में अभी 10,048,540 का अंतर है। पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में सर्वाधिक संख्या में मरीज ठीक हुए और उनकी संख्या 4,516 है। वहीं, केरल में 4,296 और कर्नाटक में 807 मरीज ठीक हुए। नये मामलों में 79 प्रतिशत से अधिक सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। केरल में प्रतिदिन के सर्वाधिक नये मामले सामने आये और यह संख्या 6,186 है। इसके बाद 2,294 नये मामलों के साथ महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है। कोरोना वायरस संक्रमण से प्रतिदिन मरने वाले लोगों की संख्या भी घटी है जो आज 162 रही। पिछले एक दिन में हुई मौतों में 71.6 प्रतिशत छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। मंत्रालय के अनुसार महाराष्ट्र में सर्वाधिक संख्या में लोगों की मौत हुई और यह संख्या 50 है। वहीं, केरल में 26 और पश्चिम बंगाल में 11 लोगों की मौत हुई।
बुधवार शाम छह बजे तक कुल 7.86 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को लगा कोविड-19 का टीका
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि 16 जनवरी से देश में शुरू हुए कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत आज शाम छह बजे तक कुल 7.86 लाख स्वस्थ्य कर्मियों का टीकाकरण हुआ है। प्रोविजनल रिपोर्ट के आधार पर मंत्रालय ने बताया कि बुधवार को देश के 20 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में शाम छह बजे तक 1,12,007 लोगों को टीका लगा है। मंत्रालय का कहना है कि वास्तविक आंकड़ा रात को एकत्र करने के बाद एक दिन की देरी से उपलब्ध होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय में अवर सचिव मनोहर अगनानी ने बताया कि टीकाकरण के दुष्प्रभाव के 10 मामले आए हैं... दिल्ली में चार, कर्नाटक में दो जबकि उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पश्चिम बंगाल से एक-एक मामले आए हैं। इन सभी को अस्पताल में भर्ती करने की जरुरत पड़ी है। अगनानी ने कहा, ‘‘कोविड-19 टीकाकरण का अभी तक कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं हुआ है।
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नाक में दिए जाने वाला कोविड-19 टीका बच्चों को देने में आसान होगा: एम्स निदेशक
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कहा कि नाक के जरिए दिए जाने वाले कोविड-19 टीके स्कूली बच्चों को देना आसान होगा जिनमें कोरोना वायरस संक्रमण ‘‘बहुत हल्का’’ होता है। प्रख्यात पल्मोनोलॉजिस्ट गुलेरिया ने यहां राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 16वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान उनके कर्मियों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, उन्हें भी ठीक होने के लगभग चार से छह हफ्ते बाद टीके लगाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा, यह (कोरोना वायरस संक्रमण) बच्चों में बहुत हल्का होता है लेकिन वह संक्रामक होतर है। उनसे बीमारी फैल सकती है। उन्होंने कहा, जो टीके आए हैं उन्हें बच्चों के लिए मंजूर नहीं की गई हैं क्योंकि बच्चों पर इसका कोई अध्ययन नहीं किया गया है लेकिन यह (टीकाकरण) एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है और परीक्षण पूरा किया जा रहा है। दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक ने कहा कि जब बच्चे नियमित रूप से स्कूल जाना शुरू कर देंगे और वे कोविड-19 से संक्रमित हो जाते हैं, तो उन्हें ज्यादा समस्या नहीं होगी, लेकिन अगर उनके साथ यह बीमारी घर पर आ जाती हैं, तो उनसे यह बीमारी उनके माता-पिता या दादा-दादी को फैल सकती है।
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पुडुचेरी में कोविड-19 के 31 नए मामले सामने आए
पुडुचेरी में कोविड-19 के 31 नए मामले सामने आने के बाद बुधवार को केन्द्र शासित प्रदेश में संक्रमण के मामले बढ़कर 38,737 हो गए। अधिकारी ने बताया कि चारों संभागों पुडुचेरी, कराईकल, माहे और यानम में संक्रमण से मौत का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। वायरस से यहां अब भी मृतक संख्या 643 ही है। उन्होंने बताया कि 3,679 नमूनों की जांच के बाद 31 नए मामले सामने आए। निदेशक एस. मोहन कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 32 लोग संक्रमण मुक्त भी हुए। उन्होंने बताया कि राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर 97.58 प्रतिशत और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.66 प्रतिशत है। निदेशक ने बताया कि नए 31 मामलों में से पुडुचेरी में 24, कराईकल में दो और माहे में पांच नए मामले सामने आए। उन्होंने बताया कि यानम में संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया। उन्होंने बताया कि केन्द्र शासित प्रदेश में अभी 296 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है और 37,798 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
भारत ने भूटान, मालदीव को कोविड-19 के टीके की पहली खेप भेजी
भारत ने सहायता अनुदान के तहत पड़ोसी एवं सहयोगी देशों को कोविड-19 के टीके की आपूर्ति बुधवार को शुरू कर दी और इस श्रृंखला में भूटान और मालदीव को टीके की खेप भेजी गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ट्वीट किया, ‘‘ भारत ने पड़ोसी एवं सहयोगी देशों को कोविड-19 के टीके की आपूर्ति शुरू कर दी। पहली खेप भूटान के लिये रवाना हो गई। ’’ प्रवक्ता ने ट्वीट के साथ चित्र भी साझा किया। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ मालदीव के लिये कोविड टीके की खेप रवाना हुई। ’’ गौरतलब है कि मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत सहायता अनुदान के तहत भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमा, सेशेल्स को कोविड-19 के टीके की आपूर्ति करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा था कि भारत वैश्विक समुदाय की स्वास्थ्य सेवा जरूरतों को पूरा करने के लिये ‘भरोसेमंद’ सहयोगी बनकर काफी सम्मानित महसूस कर रहा है और बुधवार से टीकों की आपूर्ति शुरू होगी तथा आने वाले दिनों में और काफी कुछ होगा। गौरतलब है कि भारत दुनिया केबड़े टीका निर्माताओं में से एक है और कोरोना वायरस का टीका खरीदने के लिये काफी देशों ने सम्पर्क किया है। समझा जाता है कि पाकिस्तान को इसका फायदा नहीं मिलेगा क्योंकि अभी तक इस पड़ोसी देश ने भारत से सम्पर्क नहीं किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत आगामी हफ्ते, महीने में चरणबद्ध तरीके से सहयोगी देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करेगा। भारत इस संबंध में श्रीलंका, अफगानिस्तान और मारिशस से टीके की आपूर्ति के लिये जरूरी नियामक मंजूरी की पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहा है। गौरतलब है कि भारत ने देशभर में अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ कर्मियों को दो टीको कोविशिल्ड और कोवैक्सीन लगाने के लिये व्यापक टीकाकरण अभियान शुरू किया है।
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अंडमान निकोबार द्वीप समूह में कोविड-19 का एक और नया मामला सामने आया
अंडमान निकोबार द्वीप समूह में कोरोना वायरस से एक और व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि होने के साथ इस केंद्र शासित प्रदेश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़ कर 4,989 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों की जांच के बाद यह नया मामला सामने आया। अधिकारी ने बताया कि 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से केंद्र शासित प्रदेश में कुल 645 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 4,897 लोग इस रोग से उबर चुके हैं। वहीं, कुल मृतक संख्या 62 है। केंद्र शासित प्रदेश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 30 है।
जम्मू-कश्मीर में संक्रमण के 109 नए मामले, पिछले 24 घंटों में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं
जम्मू-कश्मीर में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 109 नए मामले आने के साथ ही केन्द्र शासित प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,23,647 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि नए मामलों में जम्मू में 45, जबकि कश्मीर में 64 सामने आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि चार जिलों गांदेरबल, कठुआ, किश्तवाड़ और रामबन में कोई नया मामला सामने नहीं आया है। वहीं, 14 अन्य जिलों में 10 से कम नए मामले आए हैं। केन्द्र शासित प्रदेश में फिलहाल 1,099 लोगों का कोविड-19 का इलाज चल रहा है, जबकि 1,20,625 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई है। केंद्र शासित प्रदेश में अभी तक 1,923 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है।
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महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,015 नए मामले
महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3,015 नए मामले सामने आए तथा 59 और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही कुल मामले बढ़कर 19,97,992 हो गए और मृतकों की संख्या 50,582 पर पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि दिन भर में 4,589 मरीज ठीक हो गए। राज्य में अब तक कोविड-19 के 18,99,428 मरीज ठीक हो चुके हैं। अभी 46,769 मरीज उपचाराधीन हैं।
आंध्र प्रदेश में कोविड-19 से कोई मौत नहीं, 173 नए मामले आए
आंध्र प्रदेश में बुधवार को कोविड-19 से कोई मौत नहीं हुई, जबकि संक्रमण के 173 नए मामले आए, तो वहीं 196 और लोग इस बीमारी से ठीक हुए। राज्य सरकार के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब संक्रमण के कुल मामले 8,86,418 हो चुके हैं, जबकि 8,77,639 लोग ठीक हो चुके हैं और 7,142 मौतें हुई हैं। सरकार ने कहा कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,637 रह गयी। उसमें कहा गया कि चित्तूर जिले में 46 और विशाखापत्तनम में 27 नए मामले सामने आए। शेष 11 जिलों में 20 से कम मामले सामने आए। राज्यभर में करीब 1.27 करोड़ नमूनों की जांच हो चुकी हैं।
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- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 19, 2021 20:24
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जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटे में 113 और लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है। इसके बाद मंगलवार को इस केंद्रशासित प्रदेश में कुल मामले 1,23,538 पहुंच गए हैं।
नयी दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए टीका लेने वाले कुल लोगों में से 0.18 प्रतिशत में ही प्रतिकूल असर देखने को मिला, जबकि 0.002 प्रतिशत लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जो कि बहुत निम्न स्तर है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा कि टीकाकरण के बाद दुष्प्रभाव और गंभीर समस्या अब तक नहीं देखने को मिली है। प्रतिकूल असर के नगण्य मामले आए हैं। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दोनों टीके सुरक्षित हैं। पॉल ने कहा कि ‘‘यह निराशाजनक है कि कुछ डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी टीका लेने से इनकार कर रहे हैं’’ और उन्होंने लोगों से टीके की खुराक लेने का अनुरोध किया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘‘उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक टीकाकरण के बाद प्रतिकूल असर (एईएफआई) के अब तक केवल 0.18 प्रतिशत मामले आए हैं और केवल 0.002 प्रतिशत लोगों को ही अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जो कि निम्न स्तर है। जहां तक हमें पता है पहले तीन दिनों में प्रतिकूल असर का यह सबसे कम मामला है।’’
उन्होंने कहा कि भारत में पहले दिन कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत सबसे अधिक लोगों को टीके दिए गए। भूषण ने कहा कि पहले दिन भारत में 2,07,229 लोगों को टीके दिए गए जबकि अमेरिका में पहले दिन 79,458 लोगों का टीकाकरण हुआ। ब्रिटेन में पहले दिन 19,700 और फ्रांस में केवल 73 लोगों को टीके दिए गए। उन्होंने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बिंदु यहां यह है कि अगर हम पहले सप्ताह के आंकड़ों पर गौर करें तो अमेरिका में 5,56,208 लोगों का टीकाकरण हुआ जो कि हम तीन दिनों में ही पार कर गए। ब्रिटेन में पहले सात दिनों में 1,37,897 लोगों को टीके दिए गए, फ्रांस में पहले सप्ताह में 516 लोगों और रूस में 52,000 लोगों का टीकाकरण हुआ। इसलिए आप तुलना कर सकते हैं और हमने तो शुरुआत ही की है, जिसमें और रफ्तार आएगी।’’ पॉल ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण के बाद दुष्प्रभाव और गंभीर समस्या अब तक नहीं देखने को मिली है। प्रतिकूल असर के नगण्य मामले आए हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि ‘‘स्थिति बिल्कुल ठीक’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘हम आपको फिर से आश्वस्त करना चाहेंगे कि ये दोनों टीके सुरक्षित हैं। ये दोनों टीके असरदार हैं।’’ भूषण ने कहा कि राजस्थान और उत्तरप्रदेश समेत नौ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने 70 प्रतिशत से ज्यादा टीकाकरण किया है। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 टीकाकरण कवरेज में बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लक्षद्वीप (89.3 प्रतिशत), सिक्किम (85.7 प्रतिशत), ओडिशा (82.6 प्रतिशत), तेलंगाना (81.1 प्रतिशत), उत्तरप्रदेश (71.4 प्रतिशत), राजस्थान (71.3 प्रतिशत) शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों में 72 प्रतिशत केरल, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल के हैं।We are not fulfilling our societal responsibility if a vaccine assigned to you is not being taken. The whole world is clamouring for the vaccine. I request the doctors and nurses to accept the vaccine: Dr VK Paul, Member, Niti Aayog pic.twitter.com/XTrDmocm6G
— ANI (@ANI) January 19, 2021
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अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में कोविड-19 के पांच नए मामले सामने आए
अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में कोविड-19 के पांच और नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,988 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संक्रमितों के सम्पर्क में आए लोगों की पहचान करने के क्रम में ये नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग के उप निदेशक और नोडल अधिकारी अविजित रॉय ने बताया कि 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद अब तक 43 लोगों को टीके लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि उपचार के बाद संक्रमण से मुक्त हुए एक व्यक्ति को सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दी गई। अब तक यहां 4,897 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और 29 मरीजों का उपचार चल रहा है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है और मृतकों की संख्या 62 बनी हुई है।
पुडुचेरी में कोविड-19 के 37 नए मामले, कुल संक्रमितों की संख्या 38,706 हुई
पुडुचेरी में मंगलवार को कोविड-19 के 37 नए मामले सामने आए, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 38,706 हो गई। केंद्रशासित प्रदेश के चार क्षेत्र पुडुचेरी, कराइकल, माहे और यनम में संक्रमण से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई। पुडुचेरी में इस खतरनाक वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या 643 बनी हुई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निदेशक एस. मोहन कुमार ने बताया कि 3,763 नमूनों की जांच के बाद पुडुचेरी में 23, कराइकल में चार, माहे में 10 मामले सामने आए हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में 26 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली है। केंद्र शासित प्रदेश में संक्रमण से मृत्यु दर 1.66 फीसदी तथा स्वस्थ होने की दर 97.57 फीसदी है। यहां अभी 297 मरीजों का उपचार चल रहा है।
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लक्षद्वीप में कोविड-19 के मामले बढ़े
करीब एक साल पहले देश में महामारी का प्रकोप उभरने के बाद से अब तक इस घातक वायरस के हमले से अछूते रहे लक्षद्वीप में कोविड-19 मामलों की संख्या अब 14 हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि द्वीप में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के एक दिन बाद उसके प्राथमिक संपर्क में आए 13 लोगों को मंगलवार को वायरस से संक्रमित पाया गया। इससे इस द्वीप समूह में संक्रमण दर बढ़कर 42.4 प्रतिशत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) से संबंधित व्यक्ति तीन जनवरी को कोच्चि से जहाज से कावारत्ती के लिए रवाना हुआ था और चार जनवरी को द्वीप पर पहुंचा था। वह सोमवार को संक्रमित पाया गया। सूत्रों ने बताया कि उनके प्राथमिक संपर्क में आए 31 लोगों का पता लगाया गया और उनकी जांच की गई जिनमें से 13 संक्रमित निकले। उन्होंने बताया कि सभी संक्रमित लोग आईआरबी के हैं।
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जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस के 113 नए मरीज आये सामने
जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटे में 113 और लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है। इसके बाद मंगलवार को इस केंद्रशासित प्रदेश में कुल मामले 1,23,538 पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस अवधि में एक संक्रमित की मौत हुई है। अब केंद्र शासित प्रदेश में मृतक संख्या अब 1923 हो गई है। उन्होंने बताया कि 53 नये मरीज जम्मू क्षेत्र के हैं जबकि कश्मीर क्षेत्र से 60 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में सबसे ज्यादा 40 नये मामले आए। श्रीनगर में और 37 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उपचाररत मरीजों की संख्या 1103 है जबकि 1,20,512 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। इस अवधि में कश्मीर क्षेत्र में एक मरीज ने दम तोड़ा है।
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